जापानी काव्य शैली(तांका)
5+7+5+7+7+5+7+5+7+7----
***मेरी आवाज़ सुनो***
वहशी जन
करें कुकर्म सब
ममता घुटे
तिल-तिल मरे माँ
ममता की पुकार
रोज करती
न्यायालय से माँग
मिलेगा न्याय
माँ की आस अधूरी
होगी पूरी वो तब
फाँसी लटके
प्रद्युमन का भक्षक
इंसाफ होगा
ममता का कब तक
पीड़ा है अंत तक
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