Thursday 24 August 2023

चंद्रयान तीन ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’

 #चंद्रविजय की जीत का जश्न


आओ मिलकर जश्न मनाएं 

चंद्रयान की सफलता पर गौरव गान गाएं 

आओ मिलकर जश्न मनाए 


लाखों वैज्ञानिकों का हुआ सफल अभियान 

खुशी का न रहा कोई चरम स्थान 

देश–विदेश में अपना डंका बजाया है 

भारत को विकसित देशों की श्रेणी में लाया है 


आज उत्सव है मन में जश्न है घर-घर में 

आओ दिवाली से पूर्व ही दिए जलाएं 

आओ मिलकर मंगल गान गए 

चंद्रयान तीन की सफलता पर शंखनाद बजाएं 


कर्तव्य पथ पर आज लगा है मेला 

23 अगस्त वर्ष 2023 बना है सुनहरा 

चांदनी में आओ हम सब नहाए 

आओ मिलकर जश्न मनाए


पूर्णिमा, अमावस्या और भारतीय कैलेंडर 

चंद्रमा का महत्व इससे भी बढ़कर 

सब की जन्मपत्री पर छाया है चंद्रमा 

आज जमीन पर उतर आया है चंद्रमा 


चंद्रयान 3 से सफलता की शुरुआत कर ली है 

आदित्य एक की भी उड़ान भर ली है 

हौसलों की उड़ान अब कोई रोक न पायेगा 

आदित्य एक भी चंद्रयान तीन की तरह सफलता पाएगा 


यह भारत की भूमि, गौरव गाथा की भूमि है 

सभ्यता की भूमि, संस्कारों की भूमि है 

यह हिंदू–मुस्लिम, सिख–ईसाई की भूमि है 

यह अखंड अतुल्य भारत की भूमि है 


इसको नतमस्तक, इसका मन करें 

आओ मिलकर मंगल गान करें 

चंद्रमा की सफलता पर अभिमान करें 


सोचो जब चंदा एक खिलौना था 

जब चंदा एक हिंडोला था 

जब चंदा एक खटोला था 

जब चंदा एक चंदोवा था 

कृष्णा भी मैया से चंद्र–खिलौना मांगता था 

चांद का अक्स देखकर जब बचपन में राम मुस्कुराता था 


छोटी नहीं गाथा चंदा मामा की 

चंद्रयान के साथ ही लिखी गई कहानी नई भारत माता की जमीन नहीं चांद पर भी घर बनाएंगे 

आज मिलकर गौरव गाएंगे 

जश्न मनाएंगे चंद्रयान-3 के सफल परीक्षण का 

आदित्य एक की भी पृष्ठभूमि बनाएंगे

डॉ नीरू मोहन




Saturday 19 August 2023

'अटल गाथा' लेखिका डॉ नीरू मोहन का भव्य लोकार्पण

हंसराज कॉलेज, (दिल्ली विश्वविद्यालय) के प्राचार्या आदरणीय प्रो.रमा जी के सान्निध्य में भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर हंस प्रकाशन, दिल्ली से प्रकाशित पुस्तक 'अटल गाथा' लेखिका डॉ नीरू मोहन का भव्य लोकार्पण हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य  अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री आदरणीय डॉ. रमेश पोखरियांल 'निशंक' जी शामिल हुए। अटल जी के साथ वर्षों कार्य करने वाले 'निशंक' जी अटल जी को अपना राजनीतिक गुरु भी मानते हैं। अपने व्यस्ततम समय में भी वह कार्यक्रम में उपस्थित हुए, इसके लिए हंस प्रकाशन उनका आभारी है। अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर व डीन प्रोफेसर सत्यकेतु सांकृत जी ने कार्यक्रम अध्यक्षता की। वक्ता के रूप में डॉ.विजय कुमार मिश्र जी एवं डॉ.मनोज मदान जी ने अपना वक्तव्य दिया। खचाखच भरे हुए सभागार में भव्य व सुंदर पुस्तक लोकार्पण एवं परिचर्चा सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में सुंदर और सबको कार्यक्रम से बांधे रखा ऐसे डॉ. महेन्द्र प्रजापति जी ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम का संयोजन रवि गौड़ जी रहें उनके सहयोग से यह कार्य संभव हुआ। सभी का हृदय से आभार व धन्यवाद