Monday, 19 November 2018

विश्व हिन्दी लेखिका मंच प्रकाशन हेतु सूचना

💛 महिला रचनाकारों की महत्वपूर्ण पुस्तक "भारत की हिन्दी कवयित्रियाँ " में प्रकाशन हेतु सूचना 💛

"विश्व हिन्दी लेखिका मंच" द्वारा नारी चेतना के प्रचार - प्रसार हेतु संचालित "महिला रचनाकार प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत जे एम डी पब्लिकेशन (दिल्ली) द्वारा महिला रचनाकारों की महत्वपूर्ण पुस्तक "भारत की हिन्दी कवयित्रियाँ" (खंड - 1) का प्रकाशन किया जा रहा है।

इस पुस्तक में चयनित महिला रचनाकारों की  रचनाएं (कविता/गीत/गजल) सचित्र , जीवन परिचय के साथ, सहयोग राशि के आधार पर प्रकाशित की जायेंगी।

नोट- पुस्तक में प्रकाशित होने वाली चयनित महिला रचनाकारों को "विश्व हिन्दी लेखिका मंंच" द्वारा "सरस्वती सम्मान / नारी गौरव सम्मान" दिया जायेगा।

उपरोक्त पुस्तक में प्रकाशन हेतु इच्छुक महिला रचनाकार अपनी प्रकाशन सामग्री निम्न नियमानुसार हमें भेज सकते हैं ।

1- पाँच स्वरचित , अप्रकाशित रचनाएं  (कविता/गीत/गजल ) किसी भी रचना में पंक्तियों की संख्या 24 से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा प्रत्येक रचना के नीचे रचनाकार का नाम लिखा होना चाहिए।)
2-  एक पासपोर्ट साइज तात्कालिक फोटो।
3-  जीवन परिचय
(निम्न प्रारूप में होना चाहिए)

1- रचनाकार पूरा नाम
2- माता / पिता  का नाम
3 पति / पत्नी का नाम
4- वर्तमान/स्थायी पता
5--फोन नं/वाटस एप
6- जन्म एवं जन्म स्थान
7- शिक्षा एवं व्यवसाय
8- प्रकाशित रचनाओं की संख्या.
9- प्रकाशित पुस्तकों का विवरण
10- सम्मान का विवरण (यदि कोई हो तो दें)
11- संस्थाओं से सम्बद्धता (यदि कोई हो तो विवरण दें)
12- काव्य मंच/आकाशवाणी/दूरदर्शन/मंच पर यदि काव्य पाठ किया हो तो विवरण दें।

घोषणा-
मैं ये घोषणा करती हूँ कि पुस्तक "भारत की हिन्दी कवयित्रियाँ" में प्रकाशन हेतु भेजी गयी समस्त रचनाएँ मेरे द्वारा लिखित हैं तथा जीवन परिचय में दी गई समस्त जानकारी पूर्णतया सत्य है असत्य पाये जाने की दशा में हम स्वयं जिम्मेदार होंगे।

(रचनाकार का नाम)

दिनांक

नोट-.
1- पुस्तक में प्रकाशन हेतु भेजे जाने वाली रचनाएं किसी जाति/ वर्ग/ व्यक्ति विशेष पर आधारित नहीं होनी चाहिए।
2- पुस्तक प्रकाशन हेतु समय सीमा निर्धारित नहीं है, प्रकाशन सामग्री पूर्ण होने पर ही पुस्तक का प्रकाशन संभव होगा।
3- समस्त प्रकाशन सामग्री (रचनाएं एवं जीवन परिचय) हिन्दी में होना चाहिए।
4- अधूरी/अस्पष्ट प्रकाशन सामग्री को शामिल करना संभव नहीं होगा।
5- पुस्तक से संबंधित किसी प्रकार के विवाद का न्याय क्षेत्र दिल्ली होगा।

😆 प्रकाशन सामग्री भेजने का पता 😆

( प्रकाशन सामग्री निम्न लिखित ई मेल एवं वाट्स एप पर भेजना अनिवार्य है।)

ई मेल-
jmdpublicationdel@gmail.com

वाट्स एप नं.
09540866532

राघवेन्द्र ठाकुर
संस्थापक एवं संचालक
अटल साहित्य अकादमी
विश्व हिन्दी लेखिका मंच.
विश्व हिन्दी रचनाकार  मंंच.
प्रधान संपादक
जे एम डी पब्लिकेशन (दिल्ली)

वाट्स एप न.
09540866532

Saturday, 17 November 2018

#वागीश्वरी साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थान #बढ़ते #कदम

#वागीश्वरी साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थान

#बढ़ते #कदम

हमारी संस्था का मुख्य उद्देश्य नवांकुर साहित्यकारों/ लेखकों/ शिक्षकों को अवसर प्रदान करना है जिससे वह अपनी प्रतिभा को आगे ला सकें और समाज में अपना स्थान बना सकें । अक्सर देखा गया है की , अनुभवी लोगों की अनगिनत उपलब्धियों के कारण युवा विलक्षण प्रतिभाएं पीछे रह जाती हैं , तो कम से कम उन्हें शुरूवात का मौका मिलना चाहिए जिससे वह भी समाज के सामने अपने कृत्य ला सकें ।

फेसबुक पर आज कल पैसे देकर सम्मान बटोरने का सिलसिला बड़ी तेज़ी से चल रहा है; जितना मैंने अनुभव किया है उसके आधार पर कहीं ना कहीं ये अनुचित है सम्मान प्राप्त करना और बटोरना दोनों अलग - अलग बातें हैं । पैसे देकर बटोरने की स्थिति में हम भूख मिटा रहे हैं और प्रतिभा द्वारा प्राप्त करने की स्थिति में संतुष्टि प्राप्त कर रहे हैं ।

#वागीश्वरी संस्थान के बढ़ते कदम नवांकुर प्रतिभाओं को सामने लाने  के लिए उठाया गया है । इन सम्मानों के लिए किसी भी प्रकार की सहयोग राशि देय नहीं है । प्राप्त आवेदनों के आधार पर नियमों को ध्यान में रखते और पारदर्शिता को अपनाते हुए विलक्षण प्रतिभा संपन्न प्रतिभाशाली ही सम्मानित किए जाएंगे ।

* सम्मान समारोह #वागीश्वरी संस्थान के तत्वावधान में #नीरू #मोहन ' वागीश्वरी ' जी की तीन पुस्तकों के लोकार्पण और सम्मान समारोह में 6 जनवरी 2019 रविवार को हिंदी भवन आई टी ओ दिल्ली  में आयोजित होगा ।

* पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह के साथ - साथ #बुक #स्टाल कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएगा ।

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वागीश्वरी साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान की ओर से सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं ।

1. वागीश्वरी प्रतिभाशाली छात्र सम्मान
क्षेत्र:- खेल-कूद / शिक्षा

2. वागीश्वरी प्रभावी शिक्षक सम्मान
क्षेत्र:- शिक्षण

3. वागीश्वरी समाज प्रहरी सम्मान
क्षेत्र:- समाज सेवा ( संस्थान विशेष हेतु )

4. वागीश्वरी चेतना सम्मान
क्षेत्र:- प्रेस / मीडिया

5. वागीश्वरी साहित्य सम्मान
क्षेत्र:- साहित्यकार / लेखक

* उपरोक्त समस्त सम्मानों हेतु आवेदन आमंत्रित हैं ।

* आवेदनकर्ता अपना पूरा परिचय / उपलब्धियां छाया चित्र सहित निम्न मेल आईडी पर भेजें ।
मेल आईडी - neerumohan6@gmail.com

* प्रत्येक क्षेत्र  के लिए सिर्फ़ एक - एक ही व्यक्ति चयनित किए जाएंगे ।

* उपरोक्त पांच सम्मान, पांच क्षेत्रों में, पांच सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाशाली व्यक्तियों को दिए जाएंगे ।

* चयन हेतु संस्थान का निर्णय अंतिम होगा ।

* आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर 2018 है ।

* बिंदु -1 के लिए आयु सीमा 19 साल

* बिंदु - 2, 4, 5 के लिए आयु सीमा 28 साल

* बिंदु - 3 के लिए कोई आयु सीमा या समय सीमा नहीं है । यह सम्मान व्यक्ति विशेष को नहीं बल्कि साहित्यिक / सांस्कृतिक / सामाजिक संस्थान को दिया जाएगा ।

संस्थापक / अध्यक्ष

#नीरू #मोहन ' वागीश्वरी '

Wednesday, 7 November 2018

खुशियों वाली दिवाली

अनुरोध पत्र

संदेश

खुशियों वाली दिवाली
दीपों की आवली

धूम-धड़ाका नहीं करेंगे
धरा सुरक्षित सभी करेंगे

दीपावली पर्व की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं !  इस वर्ष और आने वाले प्रत्येक वर्ष की दीपावली सभी के घरों में मंगल प्रवेश, मंगल मिलन के साथ मित्रों के मन में मिठास घोले साथ ही साथ सभी के सहयोग से इस धरा पर खुशहाली का वास हो । यह तभी संभव है जब हम स्वयं इस चीज के लिए कर्तव्यबद्ध हों ।

जी हां मित्रों, आप सभी मेरी बात समझ ही गए होंगे कि मैं आप सभी का ध्यान किस ओर आकर्षित करना चाहती हूं । ईश्वर ने धरा रूपी घर हम सभी को समान रूप से प्रदान किया है जिस की सुरक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है हमारी इस धरा रूपी घर में सभी  मिलजुल कर रहे, भेदभाव और असमानता का कहीं भी वास न हो , मन और पर्यावरण प्रदूषण रहित बना रहे हम सभी की यही सुखदकामना बनी रहे ।
जिस प्रकार मन में खटास और भेद आने से मन और विचार प्रदूषित हो जाते हैं उसी प्रकार हमारी धरा भी हमारी कुछ ऐसी क्रियाओं द्वारा प्रदूषित हो जाती है जिसके परिणाम हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए हानिकारक सिद्ध होते हैं ।

आज दीपावली का पावन पर्व है । आप सभी से  अपनी और शुभकामना चाहने वालों की ओर से अनुरोध करती हूं कि आप सभी दीपावली पर्व को खुशियों से खुशहाल बनाए न कि बम-पटाखे और आतिशबाजी के प्रदूषण से बदहाल बनाएं । बम-पटाखे जलाने से कुछ पल के लिए आपको उत्साह, उल्लास और खुशी का अनुभव हो सकता है मगर यह खुशी कुछ ही देर की होगी क्योंकि इन बम-पटाखों से होने वाला प्रदूषण पूरी धरा को पता नहीं कितने दिनों या सालों तक प्रभाव में रखेगा । जब धरा प्रदूषित होगी तो यकीनन वायु, जल, प्रकृति, पेड़-पौधे, वन्यजीव और मनुष्यों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । हम सबको इस बात का अंदाजा भी है फिर भी हम सभी एक दूसरे की देखा देखी त्योहारों, शादी-ब्याह और अन्य उत्सव पर बम पटाखों का प्रयोग करते हैं । हमें स्वयं यह दृढ़ संकल्प लेना होगा कि जिन पदार्थों से प्रकृति का दोहन या प्रदूषण होता है उसको न ही खरीदें और न ही प्रयोग करें । हम अपने आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत कुछ तो नहीं कुछ तो छोड़ सके और उन्हें भी ऐसे कार्य करते हुए संदेश और शिक्षित करें कि प्रकृति हमारी अनमोल धरोहर है और उसका बचाव हमारे स्वयं के हाथ में है ।

जिस प्रकार हमारे बड़े बूढ़े हमारे लिए घर, जमा-पूंजी छोड़कर जाते हैं और जब हम उसका उचित प्रयोग करके उसे दोगुना बना दें तो कहते हैं कि हमारे बड़े हम से बहुत खुश हैं क्योंकि हम उनकी दी हुई संपदा का उचित प्रयोग कर रहे हैं और अगर दूसरी तरफ हम उसी दी हुई धरोहर को नष्ट कर दें गलत कार्यों में लगा दे तो वह एक दिन समाप्त हो जाती है और हमारे आने वाली पीढ़ी रोज दरिद्रता का जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हो जाती है । जिस प्रकार पुरखों की दी हुई धरोहर, परंपरा, संस्कृति को हम अपनी पीढ़ी के लिए संभालते हैं उसी प्रकार ईश्वर द्वारा प्रदत्त धरा रूपी धरोहर की रक्षा और सुरक्षा हमारा परम कर्तव्य है क्योंकि यह धरा ईश द्वारा प्रत्येक जीव को समान रूप से प्रदत है और ईश्वर की दी हुई इस धरोहर को हमें संभाल कर रखना है इसका दोहन नहीं करना है जिस से आने वाली पीढ़ी इसका प्रयोग कर सके और आने वाली पीढ़ी के लिए भी यही संदेश देना है कि वह भी इस धरा को प्रदूषण रहित बनाकर सजा संजो कर रखें ।

इसीलिए…

दीपों से जग रोशन करना
बम पटाखों का प्रयोग न करना
खाकर खूब मिठाई पकवान
मिलकर गले मित्रों से आज
दीपों का त्योहार मनाना
दीपावली प्रदूषण रहित बनाना
बम-पटाखे त्यज दो आज
दीपों से करो प्रदीप्त गृह द्वार
बम-पटाखे न करेंगे लाभ
इससे होता पर्यावरण खराब
इसीलिए करो अभी से प्राण
बम-पटाखे न रखोगे संग
धूम-धड़ाका नहीं करोगे
धरा सुरक्षित सभी करोगे ।।

नीरू मोहन 'वागीश्वरी'

Monday, 5 November 2018

हाइकु भाग-२

मंगल पर्व
धन धान्य भंडार
ईश आभार

धनतेरस
कुबेर करे वास
पर्व प्रकाश