Friday, 10 November 2017

चिड़िया के अंडे

भूल करी थी केशव ने
श्यामा ने भी साथ दिया ।
चिड़िया के अंडों को छूकर
उनको यूँ खराब किया ।

मम्मी को जब पता चला
भागी-दौड़ी आयी मम्मी ।
डाटा श्यामा केशव को तब
बोली गलती क्यों ये करी ।

बोला था तुमको मैंने जब
मत छूना अंडों को बच्चों ।
क्यों नहीं माना मेरा कहना
क्या थी इतनी जल्दी पड़ी ।

केशव बोला मम्मी से तब
अंडों को थी धूप लगी ।
मैंने सोचा ढक दू इनको
कार्निस पर थी धूप बड़ी ।

पर मुझ को यह नहीं पता था
गंदे होंगे छूकर अंडे ।
नादानी में भूल हुई है
चिड़िया अंडे गिरा गई है ।

माफी मुझको देदो मम्मी
श्यामा की नहीं कोई गलती ।
आगे से कहना मानेंगे
ऐसी गलती नहीं करेंगे ।

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