Thursday, 18 May 2017

–जागो देश के युवाओं–उठो , जागो और कदम बढ़ाओ

*नेता जन कहते फिरते हैं,
देश का है हो रहा विकास|
जरा हमें तुम यह समझाओ,
कहाँ जाए यह युवा आज|

*पैसा तो रोज ऐठन करते हैं,
टैक्स भी नए लगाते हैं|
रोजगार देने के नाम पर,
दौड़-भाग खड़े हो जाते हैं|

*देश के युवा पढ़-लिख जाते,
प्रमाण पत्रों पर जंग लग जाते|
इस दर जाते;उस दर जाते,
हर तरफ बेरुखी हैं पाते|

*थक जाते वह जान गँवाते,
संघर्षों को झेल नहीं पाते|
उठो,जागो और कदम बढ़ाओ,
संघर्षों से मत घबराओ|

*अपने हक के लिए लड़ो तुम,
पढ़े-लिखे हो डरो न अब तुम|
अच्छा-बुरा सब तुम्हें पता है,
सही गलत क्या तुम्हें पता है|

*त्याग भय उठ खड़े हो जाओ,
युवा हो तुम जोश में आओ|
बेरोजगारी को दूर भगाओ,
युवाओं तुम आगे आओ|

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