Monday, 11 September 2017

सरल सुगम हिंदी व्याकरण (जानने योग्य बातें)

करते है हिंदी लिखने में अकसर ये गलती
क्योंकि नहीं है ज्ञान लगाएँ कहाँ
ई और यी
ए और ये
एँ और यें
हिंदी नहीं है आसान समझ लो ज़रा
ग्रहण करो ज्ञान हिंदी व्याकरण का ज़रा

*हिन्दी लिखने वाले अक़्सर 'ई' और 'यी' में, 'ए' और 'ये' में और 'एँ' और 'यें' में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं ।

*कहाँ क्या इस्तेमाल होगा, इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए ।
जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं,
*जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...।*
इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है... इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...। इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...। 'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है... मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...।
क्या तुमने किताब से किताब मिलायी...?
( 'मिलाई' ग़लत है...।)
आज छात्र ने प्रधानाचार्य से मिलने की इच्छा जतायी...।
( 'जताई' ग़लत है...।)
उसने नयी फ्रॉक लायी...। ('लाई' ग़लत है...।)

*अब आइए 'ए' और 'ये' के प्रयोग पर...।*
बच्चों ने प्रतियोगिता के दौरान सुन्दर चित्र बनाये...। ( 'बनाए' नहीं। )
लोगों ने भगवान के आगे दुखड़े गाये। ( 'गाए' नहीं। )
दीपावली के दिन लोगों ने घर सजाये...। ( 'सजाए' नहीं...। )

*अब प्रश्न उठता है कि 'ए' का प्रयोग कहाँ होगा..?*
'ए' वहाँ आएगा जहाँ अनुरोध की बात होगी...।
अब आप काम देखिए, मैं चलता हूँ...। ( 'देखिये' नहीं...। )
आप लोग अपनी-अपनी ज़िम्मेदारी के विषय में सोचिए...। ( 'सोचिये' नहीं...। )
ऐसा विचार मन में न लाइए...। ( 'लाइये' ग़लत है...। )

*अन्त में 'यें' और 'एँ' की बात...*
यहाँ भी अनुरोध का नियम ही लागू होगा... रिक्वेस्ट की जाएगी तो 'एँ' लगेगा , 'यें' नहीं...।
आप लोग कृपया यहाँ आएँ...। ( 'आयें' नहीं...। )
जी बताएँ , मैं आपके लिए क्या करूँ ? ( 'बतायें' नहीं...। )
मम्मी , आप डैडी को समझाएँ...। ( 'समझायें' नहीं...। )

*ध्यान देने योग्य बातें-
जहाँ आपने 'एँ' या 'ए' लगाया है , वहाँ 'या' लगाकर देखें...। क्या कोई शब्द बनता है ? यदि नहीं , तो आप ग़लत लिख रहे हैं...।
आजकल लोग 'शुभकामनायें' लिखते हैं... इसे 'शुभकामनाया' कर दीजिए...। 'शुभकामनाया' तो कुछ होता नहीं , इसलिए 'शुभकामनायें' भी नहीं होगा...।
'दुआयें' भी इसलिए ग़लत है और 'सदायें' भी... 'देखिये' , 'बोलिये' , 'सोचिये' इसीलिए ग़लत हैं क्योंकि 'देखिया' , 'बोलिया' , 'सोचिया' कुछ नहीं होते...।

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