साहित्य सिंधु **गद्य-पद्य संग्रह**
Friday, 14 November 2025
अब और नहीं आतंकवाद (दोहे)
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अब और नहीं आतंकवाद (दोहे) अब और नहीं आतंक यह, अब शांति का हो नाद। मानवता के पथ चलें सब, मिटे विभाजन-वाद॥ घृणा जले, आतंक मिटे, जग में फैले ...
Saturday, 8 November 2025
Artificial Intelligence (AI)“ए.आई. इंसानों की नौकरियां ले सकता है”
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विषय: “ए.आई. इंसानों की नौकरियां ले सकता है” आरंभिक काव्य-पंक्तियाँ: “सोच बदली, समय बदल गया, अब यंत्रों में भी मन पल गया। मानव की बुद्धि जब ...
“ए.आई. इंसानों की नौकरियां ले सकता है”
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विषय: “ए.आई. इंसानों की नौकरियां ले सकता है” आरंभिक काव्य-पंक्तियाँ: “नव युग आया, नव औजार, मानव बुद्धि का विस्तृत संसार। पर प्रश्न यही हर दि...
⚔️🔥 जय नवयुग वीरों की 🔥⚔️
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⚔️🔥 जय नवयुग वीरों की 🔥⚔️ (वीर रस पर आधारित समसामयिक प्रेरक कविता) उठो युवाओं! रणभूमि यही है, कर्म ही पूजा, यही साधना सही है। अब वाणी नहीं...
🌾🔥 नवभारत का शंखनाद 🔥🌾
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🌾🔥 नवभारत का शंखनाद 🔥🌾 (वीर रस प्रधान समसामयिक कविता) जागो नवयुवक! ये भारत पुकारे, भविष्य तुम्हारा तुम्हीं से सँवारे। वक़्त का पहरा सच्...
Friday, 16 May 2025
सुविचार
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