** याद इन्हें भी रखना है **
सुन लो आज यह गाथा तुम
अपने देश की नारी की
वीरो जैसी बात थी इनमें
अंग्रेज़ो के ख़िलाफ लड़ी
वीर महिलाएँ भारत की
अंग्रेजों के विरूद्घ हुई
अदम्य साहस का दिया परिचय
आजादी की थी आस बंधी
कित्तूर की रानी चेनम्मा
साहसी महिला वीर रही
पहली महिला कहलाई वह
स्वतंत्रता के जो लिए लड़ी
अंग्रेज़ों का कर विरोध
रणचंडी का रुप धरी
अदम्य साहस का दिया परिचय
अंग्रेज़ों के समक्ष खड़ी रही
फौलादी संकल्प के साथ अड़ी
अंग्रेजो के खिलाफ़ युद्ध लड़ी
नारी शक्ति को कायम रखती
युद्घ क्षेत्र में डटी रही
मृत्यु से पहले रानी की
काशीवास की चाहत थी
मगर नहीं जा पाई काशी
आस अधूरी लिए मरी
संयोग कहो या चमत्कार
छह वर्ष बाद लक्ष्मीबाई जन्म हुआ
वीरांगना चेन्नम्मा के पद चिह्न पर
झाँसी रानी ने कदम रखा
रानी लक्ष्मी की गाथा
हर नारी का अभिमान है
इस वीरांगना की वीरता
भारत के लिए महान है
चार हज़ार लड़ाकों की
फौज़ जिसने तैयार करी
रानी अवन्तीबाई थी वो
स्वतंत्रता के लिए दिन-रात लड़ी
रामगढ़ की रानी अवन्ती ने
अंग्रेजों से प्रतिकार किया
विक्रमादित्य सिंह के निधन के बाद हुकूमत का जमकर विरोध किया
मातृभूमि की खा़तिर अपनी
विजय होने की कसम है खाई
अंग्रेज़ी ख़िलाफत के लिए
उतर के रण में अवन्ती आई
ब्रिटिश सेना से घिर जाने पर
साहस को अपने न खोने दिया
स्वयं को ख़त्म किया वहीं
आत्मसमर्पण किया नहीं
अवन्ती के बलिदान ने पूरे
देश को गौरवान्वित किया
स्वतंत्रता के लिए बलिदान दिया
नारीत्व का उदाहरण पेश किया
बेगम हज़रत महल ने भी
अंग्रेज़ों के खिलाफ रणक्षेत्र लिया
अपने नाबालिग पुत्र को
गद्दी पर है बैठा दिया
पुत्र बिरजिस कादर को
गद्दी बैठा स्वयं युद्ध किया
ज़मीदार, किसानों और सैनिकों के
नेतृत्व में युद्घक्षेत्र लिया
दिया हौंसला स्वयं फौज़ को
उसने आलमबाग लड़ाई में
हाथी पर सवार हुई
अंग्रेजो के खिलाफ रणक्षेत्र लिया
युद्ध क्षेत्र में उसने भी
अदम्य साहस दिखला दिया
हार प्राप्ति के भी बाद
साहस का अपने परिचय दिया
रहीमी के हाथों में उसने
महिला सैनिक नेतृत्व दिया
देहातों में सुलगाई चिंगारी
क्रांति के लिए रण तैयार किया
रहीमी की अगुवाई में
महिला शक्ति बड़ी चली
फौजी वेश में ढली सभी
बंदूक चलाना सीख लिया
अंग्रेजों की जालिम नीति के
आगे कोई नहीं नार झुकी
रण में उतरी लड़ीं सभी
अंग्रेजों से बल लोह लिया
नारी शक्ति बनी प्रचंड
अंग्रेजो के छक्के छूटे
देख नारी का नारित्व
दाँतो तले उंगली दबे
आज़ादी की लड़ाई में
अब कोई नहीं पीछे छूटा
सरोजिनी नायडू एक कवयित्री
उसने भी योगदान दिया
देश को आज़ाद कराना
जीवन लक्ष्य अब बना लिया
महिलाओं को जागरुक कर
अंग्रेज़ी शासन के विरोध किया
रौलेट एक्ट का कर विरोध
महिलाओं को संगठित किया
भारत छोड़ो प्रदर्शन के दौरान
गिरफ्तार अंग्रेज़ों ने उनको किया
महीनों तक गांधी के साथ
जेल में ही प्रवास किया
यही हैं भारत देश की नारी
पर्दों में भी संग्राम किया
अपने देश की ख़ातिर लोगों
कस्तूरबा ने अंतिम सांस तक साथ दिया गाँधी की अर्धांगिनी ने भी
स्वाधीनता संग्राम में सर्वस्व दिया
कल्पना दत्त ने भी देखो
आज़ादी के लिए संघर्ष किया
भेष बदलकर अपना उसने
क्रांतिकारियों को गोला और बारूद दिया
भारत की यही नारी शक्ति
आजाद हिंद को प्राप्त किया
नहीं किसी से वह है कम
अदम्य साहस का परिचय दिया
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