क्रिसमस का त्योहार है आया
सेंटा अपनी स्लेज पर आया
पोटली खोल सेंटा ने देखो
तोहफ़ों का है ढेर लगाया
देखो पीटर दौड़ कर आया
झट सेंटा से हाथ मिलाया
सेंटा ने भी देखो बच्चों
पिटर को तोहफा पकड़ाया
झूम उठा पीटर तब देखो
तोहफा पाकर वापस आया
नींद खुली जब उसकी देखो
मम्मी ने था उसे उठाया
पीटर ने मम्मी को बच्चों
पूरा सपना कह सुनाया
मम्मी ने सपने को सुनकर
पीटर को था गले लगाया
क्रिसमस के त्योहार पर मुझको
मम्मी ने समझाया है
अगर उपहार है पाना मुन्नी
पढ़ना लिखना कर लो मुन्नी
मम्मी का तुम कहना मानो
दीनों को तुम अपना जानो
अच्छी वाणी से तुम सबको
अपने मन का मीत बना लो
सेंटा उससे खुश होता है
सबके काम जो आता है
तोहफ़ा तकिए के नीचे वो
सेंटा से ही पता है
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