Thursday, 1 June 2017

*व्याकरण प्रवाह** सुगम सरल व्याकरण बोध** भाग-२

अध्यापन कार्य में संपूर्ण अनुभव से यह पाया है कि छात्रों को हिंदी व्याकरण में व्याकरण संबंधी नियमों के प्रयोग में परेशानी होती है जिनमें मुख्य हैं  'कि'  'की'  का प्रयोग, अनुनासिक और अनुस्वार का प्रयोग , 'र' के सभी रूपों (रेफ, पदेन और टवर्ग वर्णों के साथ) का प्रयोग, विराम चिन्हों का प्रयोग इत्यादि | इस पृष्ठ पर गद्य और पद्य विद्या में सभी नियमों का ज्ञान सरल रूप में उपलब्ध है | जिनके अनुसरण से छात्र हिंदी व्याकरण का ज्ञान सरल और सुगम बना सकते हैं |

************ 'कि' और 'की'***********

*** अध्यापिका हूँ बच्चों की परेशानी भांप जाती हूँ |

कहाँ उन्हें है आती परेशानी जल्दी

पहचान जाती हूँ |

***आज तक के अनुभव से है यह पाया |

कहाँ लगाएँ 'कि' और 'की' बच्चों को आज तक समझ नहीं आया |

***पहली से बारहवीं तक के छात्रों का है यह हाल |

पता नहीं है 'कि' और 'की' का सही स्थान |

***नीरू कहे मत होना बच्चों कभी परेशान |

'कि' और 'की' की स्थिति पहचानने में कभी मत खाना मात |

*** 'कि' से पहले आता है हमेशा क्रिया शब्द याद रखना यह बात |

'की' को हमेशा लगाना संज्ञा और सर्वनाम के बाद |


****** 'कि' *****

***'कि' एक संयोजक शब्द है कहलाता |

जोड़ता दो वाक्य और वाक्यांशों को और अपना स्थान है बनाता |

***वाक्य बनाते समय बनता है अगर कोई प्रश्न |

वहाँ 'कि' लग जाता है |

मुख्य वाक्य को आश्रित वाक्य से जोड़ देता है,

और अपना स्थान बनाता है|

***पहले वाक्य के अंत में और दूसरे वाक्य के प्रारंभ में लग जाता है |

इसका प्रयोग विभाजन के लिए 'या' के स्थान पर भी किया जाता है |


****** 'की'******

***'की' के बाद स्त्रीलिंग शब्द का प्रयोग किया जाता है |

संज्ञा और सर्वनाम का किसी से संबंध जोड़ना हो ,

तो वहाँ 'की' लग जाता है |

***दो शब्दों को जोड़ने और संबंध स्थापित करने का कार्य भी 'की' ही करता है |

****'ताले की चाबी खो गई'

उदाहरण से पूर्ण स्पष्ट हो जाता है |

ताले और चाबी का संबंध 'की'

लगाकर जोड़ा जाता है |

***अगर रखोगे यह बातें याद कभी नहीं भूलोगे 'कि' और 'की' का सही स्थान |

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