आनंद और उल्लास तुम भर पाओगे |
*ना होना उदास
अगर कोई कठिनाई आए जो
हास्य रस का आस्वाद चख लेना
अमृत सदा अपनी वाणी में
तुम पाओगे |
*कहते हैं
हौंसले मजबूत हो तो
उड़ान भी ऊंची होती है
हर उड़ान की मंजिल भी
निश्चित होती है
मंजिल भी निश्चित होती है |
No comments:
Post a Comment